पेंसिल्वेनिया में अपने समर्थकों के साथ एक रैली में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर सुरक्षा को लेकर बात करते हुए उत्तर कोरिया की सीमा सुरक्षा का उदाहरण दिया। ट्रंप ने दावा किया कि उनकी सीमा दुनिया में सबसे मजबूत है, लेकिन उत्तर कोरिया से वह अभी भी काफी पीछे हैं।
ट्रंप ने कहा कि उत्तर कोरिया में 7 इलेक्ट्रिक तारों की सुरक्षा है और हर तार से दस लाख वोल्ट (1 मिलियन वोल्ट) बिजली गुज़रती है। उन्होंने कहा, "अगर आप एक को पार कर लेते हैं, तो अगली तार पर मर जाते हैं। अगर दो पार करते हैं, तो रिकॉर्ड बना देते हैं।"
ट्रंप के दावे में कितनी सच्चाई?
ट्रंप के 10 लाख वोल्ट के दावे की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है, और यह संख्या अत्यधिक बढ़ा-चढ़ाकर बताई गई लगती है। हालांकि, यह सत्य है कि उत्तर कोरिया की फेंसिंग बहुत खतरनाक और घातक है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि उत्तर कोरियाई सीमा बाड़ से 3300 वोल्ट तक की बिजली गुजरती है, जो किसी भी इंसान को मारने या गंभीर रूप से घायल करने के लिए पर्याप्त है।
उत्तर कोरिया ने अपनी सीमाओं को पार करने से रोकने के लिए कई जगहों पर हाई-वोल्टेज इलेक्ट्रिक फेंसिंग लगाई है:
1. चीन-उत्तर कोरिया सीमा
उत्तर कोरिया ने चीन के साथ लगी अपनी सीमा पर, खासकर तुमेन और यालू नदियों के किनारे, हाई-वोल्टेज इलेक्ट्रिक फेंसिंग लगाई है।
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इन तारों से रिपोर्टों के अनुसार 3300 वोल्ट तक की बिजली गुजरती है।
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2023 में, यालू नदी पर बने नए पुल के आसपास भी बिजली की बाड़ लगाई गई थी, ताकि लोग अंधेरे में बॉर्डर पार कर चीन में घुसपैठ न कर सकें।
2. डिमिलिटराइज्ड जोन (DMZ)
डिमिलिटराइज्ड जोन, उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच का बफर जोन है। यह लगभग 250 किमी लंबा और 4 किमी चौड़ा क्षेत्र है, जिसे 1953 में कोरियाई युद्ध के बाद हुए युद्धविराम समझौते के तहत बनाया गया था।
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DMZ के अंदर सैन्य तैनाती की अनुमति नहीं है, लेकिन इसकी सीमाओं पर दोनों देशों की सेनाएं भारी सुरक्षा के साथ मौजूद रहती हैं।
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यहां भी घातक इलेक्ट्रिक फेंसिंग है।
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सैटेलाइट इमेजेस से पता चलता है कि उत्तर कोरिया DMZ के पास बारूदी सुरंगें और अन्य कठोर सुरक्षा व्यवस्था भी कर रहा है।
बाड़ को बिजली की सप्लाई
यांगगांग प्रांत के एक रिपोर्टर के अनुसार, बाएकाम काउंटी में स्थित बाएकदु माउंटेन सेलेक्टेड यूथ पावर प्लांट से सीमा की बाड़ को बिजली सप्लाई की जाती है। यह विडंबना है कि इसी क्षेत्र के होएर्योंग शहर में आम नागरिकों को दिन में केवल 3 से 4 घंटे ही बिजली मिल पाती है।
एक उत्तर कोरियाई रिपोर्टर ने बताया कि अब बॉर्डर पर "चींटी भी नहीं घूम सकती"। जब से बिजली भेजी गई है, कई लोगों को झटका लगा है और कुछ की मौत भी हो गई है। यह भी कहा जाता है कि तार के एक मीटर के भीतर आने पर भी बिजली का झटका लग सकता है।
🇨🇳 घुसपैठ रोकने में चीन और रूस की चुनौतियां
ट्रंप के दावे के विपरीत, अन्य देश भी सीमा सुरक्षा में चुनौतियों का सामना कर रहे हैं:
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चीन: चीन की सीमा पर सामान्य फेंसिंग है, और वह हाई-टेक टेक्नोलॉजी के ज़रिए मॉनिटरिंग करता है। इसके बावजूद, घुसपैठ नहीं रुक रही है। 2023 में, 65,000 से अधिक विदेशी मामलों की जांच हुई और लगभग 26,000 लोगों को डिपोर्ट किया गया।
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रूस: क्षेत्रफल के दृष्टिकोण से सबसे बड़ा देश होने के बावजूद, रूस में कुछ ही देशों की सीमा पर इलेक्ट्रिक फेंसिंग है। 2024 में घुसपैठ के आरोप में 1 लाख 10 हज़ार लोगों को डिपोर्ट किया गया था, जो दिखाता है कि सीमा सुरक्षा एक वैश्विक चुनौती है।