प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी तीन देशों की यात्रा के पहले चरण में 15 और 16 दिसंबर को जॉर्डन की यात्रा पर रहेंगे। यह उनकी दूसरी जॉर्डन यात्रा है। जॉर्डन, मध्य पूर्व का एक छोटा सा देश है जो इज़राइल और सऊदी अरब के बीच स्थित है। भले ही इसके पास तेल भंडार न हों और न ही इसका मुख्य रूप से हथियारों से लेना-देना हो, यह भारत का चौथा सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर है, जो इसे भारत के लिए एक रणनीतिक साझेदार बनाता है।
geopolitics जॉर्डन का रणनीतिक महत्व
जॉर्डन मध्य पूर्व का एक ऐसा देश है जो क्षेत्रीय भू-राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
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यह इज़राइल और अमेरिका दोनों का विश्वसनीय सहयोगी है।
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ईरान-इज़राइल तनाव हो या गाजा युद्ध, जॉर्डन की नीतियां अक्सर अमेरिका-इज़राइल समर्थित रही हैं।
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जॉर्डन भारतीय पर्यटकों को वीज़ा ऑन अराइवल और अब ई-वीज़ा की सुविधा भी देता है।
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लगभग 17,500 भारतीय जॉर्डन में रहते हैं, जो मुख्य रूप से टेक्सटाइल, निर्माण, स्वास्थ्य और IT सेक्टर में काम करते हैं।
भारत-जॉर्डन द्विपक्षीय संबंध
भारत और जॉर्डन के संबंध हमेशा से दोस्ताना और भरोसे पर आधारित रहे हैं।
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दोनों देशों ने 1947 में पहला औपचारिक समझौता किया और 1950 में पूर्ण राजनयिक संबंध स्थापित किए।
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हाल के वर्षों में उच्च स्तरीय यात्राओं ने रिश्तों को मजबूती दी है। 2018 में किंग अब्दुल्ला द्वितीय भारत यात्रा पर आए थे।
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भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और कई मंत्री भी नियमित रूप से जॉर्डन जाते रहे हैं। अप्रैल 2025 में दोनों देशों के बीच चौथे दौर की फॉरेन ऑफिस कंसल्टेशन भी हुई थी।
व्यापार, निवेश और आर्थिक सहयोग
आर्थिक मोर्चे पर जॉर्डन भारत के लिए एक महत्वपूर्ण भागीदार है:
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व्यापारिक साझेदार: भारत जॉर्डन का चौथा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। 2023-24 में दोनों देशों का व्यापार $2.875 अरब अमेरिकी डॉलर (₹25,858 करोड़) का रहा।
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प्रमुख निर्यात/आयात: भारत मुख्यत: इलेक्ट्रिकल उपकरण, अनाज, केमिकल, पेट्रोलियम और ऑटो पार्ट्स जॉर्डन को भेजता है। जॉर्डन से मुख्य रूप से उर्वरक, फॉस्फेट और फॉस्फोरिक एसिड आयात किए जाते हैं।
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निवेश: फॉस्फेट और टेक्सटाइल क्षेत्रों में भारत का $1.5 अरब डॉलर का महत्वपूर्ण निवेश है। IFFCOJPMC का $860 मिलियन वाला JIFCO प्रोजेक्ट फॉस्फोरिक एसिड उत्पादन में अहम है।
अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्र
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स्वास्थ्य और रक्षा: 2025 में हेल्थ पर जॉइंट वर्किंग ग्रुप की बैठक में मेडिसिन रेगुलेशन, मेडिकल डिवाइस और डिजिटल हेल्थ मिशन पर चर्चा हुई। कोविड-19 के दौरान भारत ने जॉर्डन को 5 मिलियन डॉलर की दवाइयां और वैक्सीन भेजी थीं।
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शिक्षा और आईटी: 2500 से अधिक जॉर्डनियन भारतीय विश्वविद्यालयों के पूर्व छात्र हैं। भारत ने जॉर्डन में IT Center of Excellence (IJCOEIT) स्थापित किया है, जो साइबर सिक्योरिटी, मशीन लर्निंग और बिग डेटा में प्रशिक्षण देता है।
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संस्कृति: बॉलीवुड फिल्में जॉर्डन में बहुत लोकप्रिय हैं और कई हिंदी फिल्मों की शूटिंग यहाँ हुई है। योग दिवस 2025 में जॉर्डन की राजकुमारी बसमा बिंत अली ने भी हिस्सा लिया था।