मुंबई, 9 सितम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) क्या आपने कभी महसूस किया है कि जब आप काम से छुट्टी लेते हैं, तो बीमार पड़ जाते हैं? यह एक असामान्य घटना लग सकती है, लेकिन यह एक वास्तविक स्थिति है जिसे "लेजर सिकनेस" (Leisure Sickness) कहा जाता है। यह उन लोगों को प्रभावित करती है जो अपने काम में बहुत अधिक व्यस्त रहते हैं और काम से दूर नहीं रह पाते।
लेजर सिकनेस क्या है?
लेजर सिकनेस एक मनोवैज्ञानिक और शारीरिक स्थिति है जिसमें व्यक्ति को छुट्टी या सप्ताहांत शुरू होने पर थकान, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और तनाव जैसे लक्षण महसूस होने लगते हैं। यह कोई साधारण बीमारी नहीं है, बल्कि यह शरीर और दिमाग के बीच के असंतुलन का परिणाम है। यह उन लोगों में ज्यादा होती है, जो बहुत अधिक काम करते हैं और लगातार तनाव में रहते हैं।
यह कैसे काम करता है?
जब कोई व्यक्ति काम करता है, तो उसका शरीर और दिमाग 'ऑन' मोड में रहते हैं। इस दौरान, शरीर तनाव हार्मोन, जैसे कि कोर्टिसोल, का उत्पादन करता है। यह हार्मोन हमें सतर्क और उत्पादक बनाए रखने में मदद करता है। लेकिन जब हम अचानक काम से ब्रेक लेते हैं, तो तनाव का स्तर गिर जाता है। यह अचानक बदलाव शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर देता है, जिससे हम बीमारियों के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाते हैं। इसे ऐसे समझें कि जैसे एक कार जो लगातार हाई स्पीड पर चल रही हो और अचानक रुक जाए, तो उसके इंजन पर दबाव पड़ता है। इसी तरह, हमारा शरीर भी अचानक आराम मिलने पर प्रतिक्रिया करता है, जिससे हम बीमार महसूस करते हैं।
छुट्टी का तनाव: एक और पहलू
छुट्टी पर जाने से पहले, बहुत से लोग काम को समय पर पूरा करने के लिए अतिरिक्त घंटों तक काम करते हैं। इससे तनाव और भी बढ़ जाता है। इसके अलावा, कई वर्कहोलिक लोगों को छुट्टी के दौरान भी काम से दूर रहने में अपराध बोध (guilt) होता है। वे लगातार ईमेल और फोन चेक करते रहते हैं, जिससे वे कभी भी पूरी तरह से आराम नहीं कर पाते। यह तनाव और आराम के बीच का संघर्ष उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से बीमार कर देता है।
इससे कैसे बचें?
लेजर सिकनेस से बचने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है काम और निजी जीवन के बीच एक स्वस्थ संतुलन बनाए रखना।
- धीरे-धीरे ब्रेक लें: छुट्टी पर जाने से पहले, अपने काम को धीरे-धीरे कम करें। आखिरी मिनट तक काम करने से बचें।
- काम को सीमा दें: अपने काम के समय को निर्धारित करें और उसके बाद काम से पूरी तरह से डिस्कनेक्ट हो जाएं।
- तनाव कम करें: योग, ध्यान और व्यायाम जैसी तकनीकों से तनाव को नियंत्रित करें।
- अपराध बोध को दूर करें: यह समझना जरूरी है कि छुट्टी पर रहना आपका अधिकार है और आराम करना आपकी उत्पादकता के लिए आवश्यक है।
यह ज़रूरी है कि हम अपने शरीर के संकेतों को समझें और काम के तनाव को खुद पर हावी न होने दें। तभी हम छुट्टियों का पूरा आनंद ले पाएंगे।