सोशल मीडिया पर हर दिन लाखों पोस्ट्स, वीडियो और तस्वीरें वायरल होती हैं। इनमें से कई जानबूझकर भ्रामक दावे के साथ साझा किए जाते हैं, जो अफवाह फैलाने और भ्रम की स्थिति पैदा करने का काम करते हैं। हाल ही में एक ऐसा ही वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि दिल्ली में यमुना नदी की बाढ़ के चलते लोग जान बचाकर भाग रहे हैं।
फैक्ट चेक की टीम ने इस वायरल वीडियो की सच्चाई की पड़ताल की है, और जो सामने आया है, वह बेहद जरूरी है जानना — ताकि आप भी किसी झूठी खबर का हिस्सा न बनें।
क्या है वायरल वीडियो में?
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो में एक मल्टी-लेन हाइवे से बड़ी संख्या में लोग दौड़ते हुए नजर आते हैं। इसके साथ दावा किया जा रहा है कि यमुना नदी में आई बाढ़ की वजह से दिल्ली के लोग भाग रहे हैं।
इसके अलावा वीडियो में कुछ क्लिप्स ऐसी भी हैं, जिनमें पानी के तेज बहाव में गाड़ियां बहती नजर आ रही हैं। दावा किया जा रहा है कि यह बाढ़ दिल्ली की है, और शहर में हाहाकार मचा हुआ है।
फैक्ट चेक: सच क्या है?
जब हमारी फैक्ट चेक टीम ने इस वीडियो की जांच शुरू की, तो सबसे पहले Google Lens और वीडियो फ्रेम एनालिसिस टूल्स की मदद से इसकी सच्चाई खोजी गई।
जांच के दौरान हमें यह वीडियो एक यूट्यूब चैनल 'Uzalendo News' पर मिला, जहां इसे करीब दो महीने पहले अपलोड किया गया था। जबकि, दिल्ली में यमुना के जलस्तर में बढ़ोतरी की खबरें हाल के दिनों की हैं।
इससे साफ हो गया कि वीडियो पुराना है और इसका बाढ़ से कोई संबंध नहीं है।
वीडियो का असली लोकेशन कहां है?
जांच में पता चला कि यह वीडियो दरअसल अफ्रीकी देश केन्या का है। उस दौरान केन्या में बड़े पैमाने पर सरकार विरोधी प्रदर्शन हो रहे थे, जिसमें हजारों की संख्या में युवा सड़कों पर उतर आए थे।
इन्हीं विरोध प्रदर्शनों को सोशल मीडिया पर Gen Z Protest के नाम से जाना गया।
यानी जो वीडियो अब वायरल हो रहा है, वह किसी बाढ़ या प्राकृतिक आपदा से जुड़ा नहीं है, बल्कि राजनीतिक विरोध प्रदर्शन का हिस्सा है।
हम क्या सीख सकते हैं?
फेक न्यूज और गलत जानकारी फैलाना न केवल गंभीर अपराध है, बल्कि यह समाज में डर, तनाव और भ्रम भी पैदा करता है। ऐसे माहौल में लोगों को गुमराह करना बेहद जिम्मेदारीहीन हरकत है।
फैक्ट चेक टीम आपसे अपील करती है:
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किसी भी वीडियो या फोटो को शेयर करने से पहले उसकी सच्चाई जरूर जांचें।
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विश्वसनीय फैक्ट चेकिंग प्लेटफॉर्म या न्यूज चैनल की जानकारी पर भरोसा करें।
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सोशल मीडिया पर फैलती अफवाहों का हिस्सा न बनें, बल्कि दूसरों को भी सच बताएं।
निष्कर्ष
वायरल वीडियो का दिल्ली की बाढ़ से कोई लेना-देना नहीं है। यह वीडियो केन्या के जन आंदोलन का है, जिसे गलत संदर्भ में इस्तेमाल किया गया।