मुंबई, 5 नवंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) भारत के अग्रणी फिनटेक प्लेटफॉर्म पेटीएम (Paytm) के संस्थापक और सीईओ विजय शेखर शर्मा ने देश के युवा टेक उद्यमियों और स्टार्टअप "फाउंडर्स" को एक महत्वपूर्ण सलाह दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वायरल पोस्ट का समर्थन करते हुए कहा है कि किशोरों को स्टार्टअप बनाने की vजाय अपने बचपन और किशोरावस्था का आनंद लेने पर ध्यान देना चाहिए।
शर्मा की यह टिप्पणी गूगल की पूर्व इंजीनियर जूलिया टर्क (Julia Turc) के एक ट्वीट पर आई, जो आजकल यूट्यूब पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के बारे में बताती हैं। जूलिया का यह ट्वीट अपनी ईमानदारी के लिए तेजी से वायरल हो गया था।
क्या था वायरल ट्वीट में?
जूलिया टर्क ने अपने ट्वीट में उन 15 से 18 साल के "संस्थापकों" को संबोधित किया, जो अक्सर कम उम्र में कोडिंग करने और उत्पाद बनाने की बातें करते हैं।
उन्होंने लिखा, "प्रिय '15-18 वर्षीय संस्थापकों' जो मुझे डीएम (डायरेक्ट मैसेज) भेज रहे हैं, ऐसा मत करो। जाओ और अपने माता-पिता को गले लगाओ, प्यार में पड़ो, नाश्ते में चॉकलेट सीरियल खाओ, कविता पढ़ो। ये साल तुम्हें कोई वापस नहीं देगा।"
टर्क ने आगे कहा कि गणित और कोडिंग सीखना मजेदार हो सकता है, लेकिन इस उम्र में एक SaaS (सॉफ्टवेयर-एज़-ए-सर्विस) उत्पाद बनाना मुख्य फोकस नहीं होना चाहिए। उन्होंने "गहन शिक्षा" (deep education) की आवश्यकता पर बल दिया।
उन्होंने कहा, "अगर आप अपने करियर को ही प्राथमिकता दे रहे हैं, तब भी यह सही तरीका नहीं है। आपको ऐसी गहरी शिक्षा की जरूरत है जो ऑटोमेशन (automation) के दौर में भी टिकी रहे। आपको लीनियर अलजेब्रा, प्रोबेबिलिटी थ्योरी, दर्शन और साहित्य के साथ बैठने की जरूरत है। यह आपको एक्स (X) पर वायरल नहीं करेगा, लेकिन यह आपको संपूर्ण बनाएगा।"
विजय शेखर शर्मा का समर्थन
विजय शेखर शर्मा, जिन्होंने खुद 2000 के दशक की शुरुआत में अपनी कंपनी One97 (पेटीएम की पेरेंट कंपनी) की स्थापना की थी, ने जूलिया के इस विचार से पूरी सहमति जताई। उन्होंने इस थ्रेड पर एक छोटी लेकिन महत्वपूर्ण टिप्पणी की:
"यही बात यहां, भारत में भी लागू होती है।"
सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रिया
हालांकि, शर्मा के इस पोस्ट पर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई और लोगों ने मिली-जुली प्रतिक्रियाएं दीं।
विरोध में तर्क: एक यूजर ने तर्क दिया कि कुछ बनाने के लिए किशोरावस्था वास्तव में सबसे अच्छा समय हो सकता है। यूजर ने लिखा, "अगर आप 15-18 साल के हैं, तो अगर आपकी रुचि है तो स्टार्टअप जरूर करें।" उन्होंने तर्क दिया कि एक बार जब लोग कॉर्पोरेट नौकरी में आ जाते हैं, तो ऑफिस के सख्त घंटे और काम के दबाव के बीच जुनून वाले प्रोजेक्ट्स के लिए बहुत कम समय बचता है। इस यूजर ने फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ("Zuck") का उदाहरण भी दिया, जिन्होंने किशोरावस्था में ही शुरुआत की थी।
भारत का अलग संदर्भ: एक अन्य यूजर ने शर्मा के विचार से असहमति जताते हुए कहा कि भारत का संदर्भ पश्चिम से बहुत अलग है। यूजर ने तंज कसते हुए कहा, "विदेशी देशों में, उनके पास एक ऐसी शिक्षा प्रणाली है जो उनके ज्ञान को बनाने और सीखने के लिए बढ़ाती है। भारत में, हमें वही सीखना है, यानी 'अकबर कब आया था'।"
शर्मा को याद दिलाया उनका सफर: एक तीसरे यूजर ने बड़ी चतुराई से शर्मा को उनकी अपनी यात्रा की याद दिलाई और लिखा, "विजय, आपने One97 तब शुरू की थी जब आप 22 साल के थे। बस कह रहा हूँ।"