भारतीय क्रिकेट के 'हिटमैन' और मौजूदा दौर के सबसे दिग्गज बल्लेबाजों में से एक, रोहित शर्मा ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि उम्र उनके लिए महज एक आंकड़ा है। साल 2025 रोहित के करियर के लिए किसी पुनर्जन्म से कम नहीं रहा है। जहां एक ओर आलोचक उनके गिरते फॉर्म और संन्यास को लेकर अटकलें लगा रहे थे, वहीं रोहित ने बल्ले से ऐसा प्रहार किया कि आज वह वनडे क्रिकेट में दुनिया के नंबर-1 बल्लेबाज बन गए हैं।
2025: आंकड़ों में रोहित का दबदबा
साल 2025 रोहित शर्मा के लिए मील का पत्थर साबित हुआ। उन्होंने इस साल भारत के लिए सभी 14 वनडे मैच खेले और निरंतरता की नई परिभाषा लिखी। रोहित ने 46.42 की औसत से कुल 650 रन बनाए, जिसमें 2 शानदार शतक और 4 अर्धशतक शामिल रहे।
उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि अक्टूबर 2025 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई 3 मैचों की वनडे सीरीज रही। ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर जहां दिग्गज बल्लेबाज संघर्ष करते हैं, वहां रोहित ने कंगारू गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाईं। इस सीरीज में उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए उन्हें 'प्लेयर ऑफ द सीरीज' चुना गया। इसी ऐतिहासिक प्रदर्शन के दम पर रोहित शर्मा अपने करियर में पहली बार आईसीसी वनडे रैंकिंग में शीर्ष स्थान (नंबर 1) पर पहुंचे।
कप्तानी विवाद और शानदार वापसी
ऑस्ट्रेलिया सीरीज से ठीक पहले का समय रोहित के लिए काफी चुनौतीपूर्ण था। भारतीय चयनकर्ताओं ने उन्हें वनडे टीम की कप्तानी से हटा दिया था, जिससे क्रिकेट जगत में खलबली मच गई थी। कई लोगों का मानना था कि रोहित का करियर अब ढलान पर है और उन्हें संन्यास ले लेना चाहिए। यह स्थिति तब थी जब रोहित ने अपनी कप्तानी में भारत को ICC चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब दिलाया था।
विदेशी दौरों पर कुछ कम स्कोर के बाद दबाव बढ़ गया था, लेकिन 'हिटमैन' ने दबाव को अपनी ताकत बनाया। पहले ऑस्ट्रेलिया में रन बरसाए और फिर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू सीरीज में भी अपनी फॉर्म बरकरार रखते हुए दो महत्वपूर्ण अर्धशतक जड़े।
संन्यास पर क्या बोले रोहित?
लगातार पूछे जा रहे संन्यास के सवालों पर रोहित शर्मा ने अब अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने बेहद आत्मविश्वास के साथ कहा:"मेरा आखिरी मैच तब होगा जब मैं चाहूँगा। फिलहाल मैं अपनी बल्लेबाजी का आनंद ले रहा हूँ और तब तक खेलता रहूँगा जब तक मैं शारीरिक और मानसिक रूप से अच्छा महसूस करूँगा।"
रोहित ने यह भी स्पष्ट किया कि वह जिस ऊंचाई पर अभी हैं, वहीं बने रहना चाहते हैं और टीम के लिए योगदान देना उनकी प्राथमिकता है। उनका यह बयान उन लोगों के लिए स्पष्ट संदेश है जो उनके भविष्य का फैसला करने की कोशिश कर रहे थे।
अगला पड़ाव: विजय हजारे ट्रॉफी
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खुद को सर्वश्रेष्ठ साबित करने के बाद, रोहित शर्मा अब घरेलू क्रिकेट में अपना जलवा बिखेरने को तैयार हैं। वह इस हफ्ते मुंबई के लिए विजय हजारे ट्रॉफी में खेलते नजर आएंगे। यह न केवल मुंबई की टीम के लिए गर्व की बात है, बल्कि युवा खिलाड़ियों के लिए भी रोहित के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करने का एक सुनहरा अवसर है।
निष्कर्ष रोहित शर्मा ने दिखा दिया है कि एक चैंपियन खिलाड़ी संघर्षों से नहीं डरता। कप्तानी से हटाए जाने के बावजूद, उन्होंने अपनी बल्लेबाजी को प्रभावित नहीं होने दिया और नंबर-1 बनकर उभरे। भारतीय फैंस को उम्मीद है कि 'हिटमैन' का यह विजय रथ इसी तरह जारी रहेगा।