जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में विजय हजारे ट्रॉफी के दौरान क्रिकेट प्रशंसकों को एक यादगार मुकाबला देखने को मिला। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने सात साल के लंबे अंतराल के बाद इस टूर्नामेंट में वापसी की और अपनी बल्लेबाजी से मैदान पर कोहराम मचा दिया। हालांकि, मैच के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो ने काफी सुर्खियां बटोरीं, जिसमें एक भावुक दृश्य का दावा किया गया। आइए जानते हैं क्या है उस वायरल वीडियो की सच्चाई और कैसी रही रोहित की ऐतिहासिक पारी।
वायरल वीडियो का सच: सम्मान या महज इत्तेफाक?
मैच के समापन के बाद इंटरनेट पर एक क्लिप तेजी से प्रसारित हुई। इस वीडियो के साथ यह दावा किया गया कि सिक्किम के एक खिलाड़ी ने खेल भावना दिखाते हुए दिग्गज बल्लेबाज रोहित शर्मा के पैर छुए। खेल जगत में इस तरह के दृश्य अक्सर देखे जाते हैं, लेकिन इस वीडियो की हकीकत कुछ और ही निकली।
जब वीडियो का बारीकी से विश्लेषण किया गया, तो पाया गया कि सिक्किम का खिलाड़ी दरअसल रोहित के पैर नहीं छू रहा था। फील्डिंग या बातचीत के दौरान उस खिलाड़ी के हाथ से उसकी टोपी (Cap) नीचे गिर गई थी और वह झुककर अपनी टोपी उठा रहा था। कैमरे के एंगल और सोशल मीडिया के दावों ने इसे 'पैर छूने' की घटना के रूप में पेश कर दिया। यह घटना इस बात का प्रमाण है कि कैसे बिना पूरी जानकारी के वीडियो क्लिप्स भ्रम पैदा कर सकती हैं।
रोहित शर्मा की तूफानी पारी: 155 रन और रिकॉर्ड्स की झड़ी
भले ही पैर छूने की खबर अफवाह निकली, लेकिन रोहित शर्मा का बल्ला पूरी तरह सच बोल रहा था। सिक्किम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए आशीष थापा के 79 रनों की मदद से 50 ओवरों में 236 रनों का सम्मानजनक स्कोर खड़ा किया। लक्ष्य का पीछा करने उतरी मुंबई की टीम के लिए रोहित शर्मा ने मोर्चा संभाला।
रोहित ने महज 94 गेंदों पर नाबाद 155 रनों की पारी खेली। इस पारी में उन्होंने 18 चौके और 9 गगनचुंबी छक्के जड़े। उन्होंने अपना शतक सिर्फ 62 गेंदों में पूरा किया, जिससे मुंबई ने 20 ओवर शेष रहते ही 8 विकेट से जीत दर्ज कर ली।
सात साल का सूखा और वॉर्नर की बराबरी
रोहित शर्मा ने आखिरी बार विजय हजारे ट्रॉफी सालों पहले खेली थी। दिलचस्प बात यह है कि 2008 में डेब्यू करने के बाद, इस टूर्नामेंट में यह उनका पहला शतक है। साथ ही, यह उनके लिस्ट-ए करियर की 37वीं सेंचुरी थी।
इस पारी के साथ ही रोहित ने ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज डेविड वॉर्नर के एक बड़े रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है। अब लिस्ट-ए क्रिकेट में 150 से अधिक रन बनाने के मामले में रोहित और वॉर्नर दोनों संयुक्त रूप से शीर्ष पर हैं, दोनों के नाम ऐसी 9 पारियां दर्ज हैं। रोहित ने आखिरी बार 2019 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 150 का आंकड़ा पार किया था।
विराट कोहली का भी चला जादू
उसी दिन घरेलू क्रिकेट का रोमांच तब दोगुना हो गया जब बेंगलुरु में विराट कोहली ने भी अपना जलवा दिखाया। दिल्ली की ओर से खेलते हुए विराट ने आंध्र प्रदेश के खिलाफ शानदार शतक जड़ा। यह पिछले चार लिस्ट-ए मैचों में उनका तीसरा शतक था, जिसकी मदद से दिल्ली ने आसानी से जीत हासिल की।
निष्कर्ष: जयपुर का यह मैच न केवल रोहित शर्मा की फॉर्म की वापसी के लिए जाना जाएगा, बल्कि सोशल मीडिया के दौर में सूचनाओं की सत्यता जांचने की अहमियत भी समझा गया। रोहित और विराट जैसे दिग्गजों का घरेलू क्रिकेट में लौटकर रन बनाना भारतीय क्रिकेट के लिए एक शुभ संकेत है।