भारतीय क्रिकेट के उभरते हुए विकेटकीपर बल्लेबाज ध्रुव जुरेल ने विजय हजारे ट्रॉफी 2025-26 (Vijay Hazare Trophy) में अपनी बल्लेबाजी से कोहराम मचा दिया है। उत्तर प्रदेश (UP) की ओर से खेलते हुए जुरेल ने बड़ौदा के खिलाफ एक ऐसी पारी खेली, जिसने न केवल उनकी टीम को विशाल स्कोर तक पहुँचाया, बल्कि चयनकर्ताओं के सामने उनके नाम की मजबूती से दावेदारी भी पेश कर दी है।
101 गेंदों पर 160 रनों का 'तूफान'*
बड़ौदा के खिलाफ मुकाबले में ध्रुव जुरेल जब 'फर्स्ट डाउन' (नंबर 3) पर बल्लेबाजी करने उतरे, तो किसी ने नहीं सोचा था कि वह वनडे क्रिकेट को टी20 के अंदाज में खेलेंगे। जुरेल ने अपनी 160 रनों की नाबाद पारी के दौरान मैदान के चारों ओर शॉट्स लगाए। उनकी इस पारी की मुख्य विशेषताएं रहीं:
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स्ट्राइक रेट: उन्होंने 158.42 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए।
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चौके और छक्के: अपनी पारी में उन्होंने 15 चौके और 8 गगनचुंबी छक्के जड़े।
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रफ्तार: जुरेल ने अपना शतक 78 गेंदों में पूरा किया। लेकिन असली धमाका इसके बाद हुआ; उन्होंने 100 से 150 रन तक का सफर मात्र 19 गेंदों में तय कर लिया। उन्होंने कुल 97 गेंदों में 150 रन पूरे किए।
लिस्ट ए करियर का पहला और ऐतिहासिक शतक
ध्रुव जुरेल के लिए यह पारी इसलिए भी खास है क्योंकि यह उनके लिस्ट ए (वनडे) करियर का पहला शतक है। इससे पहले उनका सर्वोच्च स्कोर 80 रन था। इस पारी से पहले उन्होंने 12 लिस्ट ए मैचों में 56 की औसत से 336 रन बनाए थे, जिसमें 4 अर्धशतक शामिल थे। 160 रनों की इस विशाल पारी ने उनके करियर ग्राफ को एक नई ऊंचाई दी है।
उनकी इस पारी की बदौलत उत्तर प्रदेश ने 50 ओवरों में 7 विकेट खोकर 359 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया, जो बड़ौदा जैसी मजबूत टीम के खिलाफ एक मनोवैज्ञानिक बढ़त थी।
विजय हजारे ट्रॉफी में रनों की 'हैट्रिक'
ध्रुव जुरेल इस सीजन में केवल एक मैच के वंडर नहीं रहे हैं, बल्कि उनका बल्ला लगातार आग उगल रहा है। यह टूर्नामेंट में उनका लगातार तीसरा 50+ स्कोर है:
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बनाम हैदराबाद (24 दिसंबर): 80 रनों की शानदार पारी।
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बनाम चंडीगढ़ (26 दिसंबर): 67 रनों का महत्वपूर्ण योगदान।
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बनाम बड़ौदा (29 दिसंबर): 160* रनों का ऐतिहासिक शतक।
इन तीन पारियों के साथ जुरेल अब टूर्नामेंट के लीडिंग रन-स्कोरर की सूची में शीर्ष पर पहुंच गए हैं।
गेंदबाजों की धुनाई: रासिख सलाम को बनाया निशाना
जुरेल ने बड़ौदा के लगभग हर गेंदबाज को निशाने पर लिया, लेकिन युवा गेंदबाज रासिख सलाम के खिलाफ वह सबसे ज्यादा आक्रामक दिखे। उन्होंने रासिख की मात्र 14 गेंदों पर 55 रन कूट डाले। इसके अलावा उन्होंने राज लिंबानी के खिलाफ भी 21 गेंदों पर 34 रन बनाए। हालांकि, बड़ौदा के कप्तान क्रुणाल पंड्या के खिलाफ उन्होंने संभलकर बल्लेबाजी की और उनकी 27 गेंदों पर 26 रन बनाए।
निष्कर्ष
ध्रुव जुरेल की यह पारी उनके करियर के लिए 'टर्निंग पॉइंट' साबित हो सकती है। एक विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में शीर्ष क्रम पर आकर ऐसी आक्रामक पारी खेलना उनकी बहुमुखी प्रतिभा को दर्शाता है। ऋषभ पंत और अन्य विकेटकीपरों की मौजूदगी के बावजूद, जुरेल ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह लंबी रेस के घोड़े हैं।