मुंबई, 27 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। जयपुर में मानसून के आगमन के साथ ही शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर नगर निगम हेरिटेज ने कमर कस ली है। शुक्रवार को नगर निगम कमिश्नर निधि पटेल ने विशेष सफाई अभियान की शुरुआत की, जिसकी शुरुआत ऐतिहासिक मानसागर झील से हुई। मानसून के चलते झील में फैली गंदगी की तस्वीरें जब सोशल मीडिया पर वायरल हुईं, तो नगर निगम हरकत में आया और जल महल की पाल से सफाई अभियान की शुरुआत की गई। नगर निगम की टीम ने नाव और जाल की मदद से मानसागर झील में फैली गंदगी को बाहर निकाला। कमिश्नर निधि पटेल ने खुद अभियान की निगरानी की और साफ संदेश दिया कि शहर को गंदा करने वालों पर अब सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि जयपुर एक ऐतिहासिक और पर्यटन नगरी है, जहां देश-विदेश से लाखों पर्यटक आते हैं। ऐसे में शहर की छवि को बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है।
नगर निगम की ओर से शुरू किए गए इस विशेष अभियान का उद्देश्य सिर्फ सफाई नहीं, बल्कि आम जनता की सहभागिता सुनिश्चित करना भी है। निगम अब प्रमुख पर्यटक स्थलों पर सफाई के साथ-साथ जन जागरूकता भी फैलाएगा। साथ ही जो लोग गंदगी फैलाते पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कमिश्नर ने चेतावनी दी कि अगर भविष्य में जल महल जैसी जगहों पर गंदगी फैलती मिली तो संबंधित व्यक्तियों को बख्शा नहीं जाएगा। निधि पटेल ने जयपुर नगर निगम हेरिटेज कमिश्नर का पद संभालने के बाद जल महल की पाल का दौरा किया था और वहां की गंदगी पर नाराजगी जताई थी। इसके बाद नगर निगम की हेल्थ शाखा को स्थिति सुधारने के निर्देश दिए गए और शुक्रवार से अतिरिक्त संसाधनों और मैनपावर के साथ सफाई कार्य आरंभ कर दिया गया है। इसके अलावा बाढ़ नियंत्रण कक्ष में निरीक्षण के दौरान कमिश्नर ने मिट्टी के कट्टों की गुणवत्ता को लेकर भी असंतोष जाहिर किया। उन्होंने पाया कि जिन कट्टों में 35 से 40 किलो मिट्टी होनी चाहिए थी, उनमें केवल 20 किलो मिट्टी ही भरी गई थी। इस लापरवाही पर उन्होंने संबंधित ठेकेदार को नोटिस जारी किया और स्पष्ट किया कि भविष्य में ऐसी चूक दोहराने पर नियमों के अनुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी।