मुंबई, 16 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर को लेकर अब भारत अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी अपनी रणनीति और दृष्टिकोण साझा करने की तैयारी में है। केंद्र सरकार 22 या 23 मई से सभी दलों के चुनिंदा सांसदों को 10 दिनों के विदेश दौरे पर भेजने जा रही है। ये सांसद अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम (UK), दक्षिण अफ्रीका, कतर और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) जैसे देशों में जाकर वहां की सरकारों को आतंकवाद पर भारत का पक्ष बताएंगे। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, विदेश दौरे पर जाने वाले सांसदों की संख्या अभी तय नहीं है, लेकिन कुछ नेताओं ने संकेत दिया है कि यह संख्या 30 से अधिक हो सकती है। डेलिगेशन में भाजपा, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, जदयू, डीएमके, एनसीपी (शरद पवार गुट), बीजद और माकपा के सांसदों के शामिल होने की संभावना है। भाजपा की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और सांसद अपराजिता सारंगी का नाम सामने आया है, जबकि कांग्रेस से शशि थरूर, मनीष तिवारी, सलमान खुर्शीद और अमर सिंह इस दौरे का हिस्सा होंगे। एनसीपी (SP) की सुप्रिया सुले और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भी इस डेलिगेशन में शामिल हो सकते हैं।
विदेश मंत्रालय ने सांसदों को तैयार रहने के निर्देश दे दिए हैं। एक पार्टी नेता ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि उन्हें 22 या 23 मई से 10 दिनों के लिए रवाना होने को कहा गया है। सांसदों को पासपोर्ट और अन्य जरूरी दस्तावेज तैयार रखने को कहा गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, डेलिगेशन में 5-6 सांसदों के 8 समूह बनाए जाएंगे और प्रत्येक समूह के साथ विदेश मंत्रालय का एक अधिकारी और एक सरकारी प्रतिनिधि भी जाएगा। इस दौरे का समन्वय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू कर रहे हैं। इस पर कांग्रेस की ओर से प्रतिक्रिया देते हुए पार्टी के संचार प्रमुख जयराम रमेश ने पीटीआई को बताया, “प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान से आतंकवाद पर भारत के रुख को समझाने के लिए विदेश में मल्टी पार्टी डेलिगेशन भेजने का फैसला किया है। कांग्रेस इस डेलिगेशन का हिस्सा होगी, क्योंकि वह भाजपा की तरह राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों का राजनीति नहीं करती।”
गौरतलब है कि 7 मई को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी। इसके अगले दिन, 8 मई को केंद्र सरकार ने सभी दलों की सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया था कि ऑपरेशन में कम से कम 100 आतंकवादी मारे गए। बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी मौजूद थे।