25वां जन्मदिन आने से कुछ ही दिन पहले, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर और कॉस्मेटिक्स ब्रांड की संस्थापक मीशा अग्रवाल ने आत्महत्या कर ली। इस चौंकाने वाली खबर ने देशभर में सनसनी फैला दी है। मीशा का परिवार इस हादसे से बुरी तरह टूट चुका है। उनकी बहन ने इंस्टाग्राम पर एक भावुक और दर्दभरी पोस्ट के जरिए न सिर्फ मीशा के मानसिक संघर्ष को उजागर किया, बल्कि सोशल मीडिया की आभासी दुनिया के पीछे छिपी कड़वी सच्चाई को भी सामने रखा।
मीशा की बहन की दिल दहला देने वाली पोस्ट
मीशा की बहन ने पोस्ट में लिखा:
“मेरी छोटी बहन ने इंस्टाग्राम और अपने फॉलोअर्स के इर्द-गिर्द एक दुनिया बसा ली थी। उसका एकमात्र सपना था 1 मिलियन फॉलोअर्स तक पहुँचना। जब उसके फॉलोअर्स कम होने लगे, तो वह बहुत परेशान हो गई। वो खुद को असफल और बेकार समझने लगी। अप्रैल से वह गहरे अवसाद में थी। वह अक्सर मुझसे लिपट कर रोती और कहती – ‘अगर मेरे फॉलोअर्स कम हो गए तो मेरा करियर खत्म हो जाएगा।’”
मीशा की बहन ने यह भी बताया कि उन्होंने उसे कई बार समझाया कि इंस्टाग्राम जिंदगी का सबकुछ नहीं है। यह एक साइड जॉब है, असली पहचान उसकी पढ़ाई और मेहनत से बनती है। मीशा एक पढ़ी-लिखी लड़की थी, जिसके पास एलएलबी की डिग्री थी और वह पीसीएसजे (न्यायिक सेवा परीक्षा) की तैयारी कर रही थी।
जब सोशल मीडिया बना ज़िंदगी की दिशा
मीशा की बहन ने आगे लिखा:
“मैंने उसे बार-बार बताया कि वह एक दिन जज बनेगी, इंसाफ की कुर्सी पर बैठेगी। लेकिन वो इंस्टाग्राम की चमक-दमक और फॉलोअर्स की गिनती में इस कदर खो गई कि अवसाद से बाहर ही नहीं निकल पाई। वो खुद को केवल एक सोशल मीडिया पहचान तक सीमित करने लगी थी।”
परिवार का कहना है कि मीशा को सोशल मीडिया पर घटते लाइक्स, व्यूज और फॉलोअर्स से ऐसा मानसिक झटका लग रहा था, मानो उसकी पूरी दुनिया उजड़ गई हो। धीरे-धीरे वह तनाव, अकेलेपन और आत्मग्लानि में घिर गई। उसकी हर बात में सिर्फ इंस्टाग्राम, एनालिटिक्स और कंटेंट एंगेजमेंट की चिंता रहती थी।
“नया साल मेरे लिए बुरा क्यों है?”
मीशा की हाल की एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें वह कहती दिख रही है:
“नया साल मेरे लिए इतना बुरा क्यों जा रहा है? सिर्फ दो महीनों में मेरे साथ 2000 बुरी चीजें हो चुकी हैं। सभी ज्योतिषियों ने कहा था कि बस 24 साल काट लो, 25 बहुत अच्छा जाएगा। क्या वो मजाक कर रहे थे?”
यह वीडियो इस बात का प्रतीक है कि मीशा अंदर से टूट चुकी थी और हर दिन उसे भावनात्मक रूप से कमजोर करता जा रहा था। लोगों की आलोचना, घटते एंगेजमेंट और आभासी अस्वीकार्यता ने उसे गहरे अवसाद में धकेल दिया।
कौन थीं मीशा अग्रवाल?
मीशा अग्रवाल न सिर्फ एक लोकप्रिय सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर थीं, बल्कि उन्होंने अपना कॉस्मेटिक्स ब्रांड भी शुरू किया था, जिसे युवाओं के बीच खासा पसंद किया जा रहा था। पढ़ाई में भी वो बेहद तेज थीं और कानून की पढ़ाई के बाद जज बनने की तैयारी कर रही थीं। एक हंसती-खिलखिलाती, महत्वाकांक्षी और मेहनती लड़की, जिसे बाहर से देखकर कोई नहीं कह सकता था कि वह अंदर से इतनी टूट चुकी थी।
मीशा की मौत: एक चेतावनी
मीशा की आत्महत्या हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि:
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क्या सोशल मीडिया हमारी जिंदगी का मापदंड बन चुका है?
	 
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क्या लाइक्स और फॉलोअर्स से ही हमारी पहचान तय होती है?
	 
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क्यों मानसिक स्वास्थ्य पर हम अब भी खुलकर बात नहीं करते?
	 
आज के दौर में जहां युवाओं की पहचान इंस्टाग्राम प्रोफाइल और रील्स से बनती है, वहां असफलता का डर, आलोचना का दबाव और आभासी दुनिया की अस्वीकृति उन्हें आत्महत्या जैसे भयावह फैसलों की ओर धकेल सकती है।
 
एक परिवार का टूटना
मीशा की मौत के बाद उसके परिवार ने समाज से अपील की है:
“हमने अपनी बेटी खो दी है, पर हम नहीं चाहते कि कोई और मीशा अपनी जान दे। सोशल मीडिया को ‘जीवन’ नहीं, ‘मनोरंजन’ बनाएं। अगर आप किसी को संघर्ष करते देखें, तो उससे बात करें। मदद करें। किसी की जिंदगी सिर्फ एक क्लिक की दूरी पर न हो।”