मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से, जबकि चार अन्य आरोपियों को मध्य प्रदेश से हिरासत में लेकर मेघालय पुलिस ने शिलांग पहुंचाया है। इंदौर पुलिस के अनुसार सभी आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
आगे की प्रक्रिया: शिलांग में क्या होगा?
	- 
	
मेडिकल जांच:
	शिलांग पहुंचने के बाद सबसे पहले सभी आरोपियों का मेडिकल टेस्ट कराया जाएगा।
	 
	- 
	
कोर्ट में पेशी:
	मेडिकल जांच के बाद सभी आरोपियों को शिलांग की कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां से पुलिस रिमांड प्राप्त करेगी।
	 
	- 
	
SIT द्वारा पूछताछ:
	कोर्ट से रिमांड मिलने के बाद विशेष जांच दल (SIT) सभी आरोपियों से बारी-बारी से पूछताछ करेगी। इस दौरान हत्या से जुड़े तमाम सबूतों की जांच और सत्यापन होगा।
	 
	- 
	
क्राइम सीन रीक्रिएशन:
	पुलिस आरोपियों को हत्या स्थल पर ले जाकर घटना का पुनर्निर्माण (रीक्रिएशन) कराएगी। इसके साथ ही जहां आरोपियों ने ठहराव किया था, वहां उनकी पहचान कराई जाएगी।
	 
जांच दल और फोरेंसिक जांच
	- 
	
पूछताछ में दो ACP रैंक के अधिकारी, एक महिला अधिकारी और अन्य वरिष्ठ जांचकर्ता शामिल रहेंगे।
	 
	- 
	
केस की प्रगति पर रोजाना मेघालय के डीजीपी को रिपोर्ट दी जाएगी।
	 
	- 
	
हत्या के सबूतों में शामिल हैं: खून लगी शर्ट, मोबाइल फोन के टूटे हुए पार्ट्स, रेनकोट, हत्या में इस्तेमाल हथियार और फिंगरप्रिंट। इन सबकी फोरेंसिक जांच चल रही है।
	 
हत्या की पूरी साजिश
	- 
	
इंदौर क्राइम ब्रांच के ACP के अनुसार, सभी आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है।
	 
	- 
	
जांच में पता चला है कि हत्या की साजिश पहले से रची गई थी।
	 
	- 
	
पहला वार विशाल नामक आरोपी ने किया था और हत्या के वक्त सोनम भी वहां मौजूद थी।
	 
	- 
	
हत्या के बाद शव को खाई में फेंक दिया गया।
	 
निष्कर्ष
राजा रघुवंशी हत्याकांड में अब मेघालय पुलिस की कड़ी पूछताछ और फोरेंसिक जांच से मामले का पूरा सच सामने आने की उम्मीद है। आगामी दिनों में कोर्ट में आरोपियों की रिमांड और क्राइम सीन पर रीक्रिएशन की प्रक्रिया इस केस की गुत्थी सुलझाने में महत्वपूर्ण साबित होगी।