UIDAI नहीं — यहाँ हम बात कर रहे हैं SEBI (विनियामक) द्वारा तय किए गए नियमों के अनुसार डिज़ाइन की गई उन म्युचुअल फंड योजनाओं की, जिन्हें “लार्ज एंड मिड-कैप” (Large & Mid Cap) फंड्स कहा जाता है।
लार्ज + मिड-कैप फंड क्या होते हैं?
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“लार्ज और मिड-कैप” फंड ऐसे ओपन-एंडेड इक्विटी फंड होते हैं, जो निवेशकों का पैसा कंपनी शेयरों में लगाते हैं। इनकी खास बात यह है कि फंड मैनेजर को जरूरी है कि फंड की कुल संपत्ति (AUM) का कम-से-कम 35% हिस्सा लार्ज-कैप कंपनियों और कम-से-कम 35% हिस्सा मिड-कैप कंपनियों में निवेश हो।
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बाकी का लगभग 30% हिस्सा फंड मैनेजर बाजार की परिस्थितियों, अवसर और रणनीति के अनुसार — बड़े, मिड या छोटे कंपनियों या कभी-कभी डेट/बॉन्ड जैसी अन्य प्रतिभूतियों में निवेश कर सकते हैं।
इस संरचना के कारण, लार्ज + मिड-कैप फंड आपके निवेश पोर्टफोलियो में स्थिरता (large-cap) और विकास-संभावना (mid-cap), दोनों का संतुलन लाते हैं।
यह फंड किसके लिए बेहतर हैं?
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यदि आप चाहते हैं कि आपके निवेश में स्टेबिलिटी बनी रहे — यानी बाजार के उतार-चढ़ाव में अचानक बड़ा नुकसान न हो —
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लेकिन साथ ही आप थोड़ा अतिरिक्त जोखिम लेने और उच्च रिटर्न की संभावना को स्वीकार कर सकते हैं,
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और आपकी इन्वेस्टमेंट हॉराइजॉन (investment horizon) कम-से-कम 5-7 साल या उससे अधिक है —
तो लार्ज + मिड-कैप फंड आपके लिए उपयुक्त हो सकते हैं। ये फंड उन निवेशकों के लिए होते हैं जो “स्थिरता + ग्रोथ” दोनों चाहते हैं।
रिटर्न और प्रदर्शन — क्या उम्मीद की जा सकती है?
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उदाहरण के लिए, Canara Robeco Large & Mid Cap Fund — एक प्रचलित लार्ज + मिड-कैप स्कीम — ने पिछले 20 सालों में लगभग 17.29% CAGR दिया है। यदि किसी ने 20 साल पहले ₹10,000 निवेश किया होता, तो आज वह लगभग ₹2.52 लाख के बराबर हो गया होता।
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वहीं, Mirae Asset Large & Midcap Fund जैसी फंड्स, जो लार्ज + मिड-कैप में निवेश करती हैं, उन्होंने लंबे समय में निवेशकों को अच्छे रिटर्न दिए हैं — हालांकि, जैसा कि हर इक्विटी फंड में होता है — रिटर्न बाजार की स्थितियों और फंड मैनेजर की रणनीति पर निर्भर करता है।
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FinancialExperts का कहना है कि 5-10 साल से अधिक के निवेश में, इन फंड्स ने अक्सर लार्ज-कैप से बेहतर और स्मॉल-कैप से कम अस्थिरता वाले रिटर्न दिए हैं।
लार्ज + मिड-कैप फंड चुनते समय निम्न जोखिमों को नज़रअंदाज़ न करें:
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बाज़ार अस्थिरता (Market volatility): मध्य-कैलिबर (मिड-कैप) कंपनियों के शेयर बड़े उतार-चढ़ाव के तहत आते हैं। यदि आर्थिक या नीतिगत परिस्थितियाँ अनुकूल न हों, तो मिड-कैप हिस्सा बड़ा प्रभावित हो सकता है।
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तरलता (Liquidity Risk): मिड-कैप शेयरों की तुलना में लार्ज-कैप शेयर कहीं अधिक तरल होते हैं। यदि बाजार मंद चल रहा हो, तो मिड-कैप हिस्से को बेचने में कठिनाई हो सकती है।
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फंड मैनेजर पर निर्भरता (Fund-manager risk): चूंकि 30% हिस्सा फंड मैनेजर की पसंद पर निर्भर करता है, इसलिए उन्हें सही स्टॉक चुनने, समय पर पोर्टफोलियो रिबैलेंस करने की जिम्मेदारी होती है।
कौन-कौन से लार्ज + मिड-कैप फंड्स आप देख सकते हैं (2025 में सुझाए गए)
वर्तमान में विश्लेषकों द्वारा निम्न फंड्स को लार्ज + मिड-कैप निवेश के लिए उपयुक्त बताया जा रहा है:
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Canara Robeco Large & Mid Cap Fund
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Mirae Asset Large & Midcap Fund
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अन्य फंड्स जिनका इतिहास अच्छा रहा है, वे भी विचार के योग्य हो सकते हैं — लेकिन निवेश करने से पहले हमेशा अपनी जोखिम सहनशक्ति, निवेश अवधि, और निवेश लक्ष्य को ध्यान में रखें।