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चीन में चल रहे SCO (शंघाई सहयोग संगठन) समिट में दुनियाभर के 20 देश शामिल हुए हैं, जहां मुख्य रूप से अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ विवाद और भारत-रूस के बीच चल रहे तेल व्यापार पर चर्चा हुई। इस समिट में देशों ने एकजुट होकर टैरिफ नीति का विरोध जताया, जिससे वैश्विक व्यापार और कूटनीति के नए आयाम सामने आए हैं। इस बड़ी राजनीतिक और आर्थिक चर्चा के बीच, भारत में सोने के दामों पर भी लोगों की नजरें टिकी हैं, क्योंकि सोना निवेश और सांस्कृतिक महत्व के कारण भारतीय बाजार में हमेशा चर्चा का विषय रहता है।
सोने के दामों में उतार-चढ़ाव
30 अगस्त 2025 को सोने के दामों में अचानक 1640 रुपये की बढ़ोतरी देखी गई थी, जो निवेशकों और खरीदारों के लिए चिंता का विषय बनी थी। लेकिन एक सितंबर 2025 को 24 कैरेट के सोने के दामों में 100 रुपये की कटौती हुई है, जिससे बाजार में थोड़ी राहत महसूस की गई है।
आज, 1 सितंबर को भारत में सोने की कीमतें इस प्रकार हैं:
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18 कैरेट गोल्ड: प्रति ग्राम 7,870 रुपये
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22 कैरेट गोल्ड: प्रति ग्राम 9,619 रुपये
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24 कैरेट गोल्ड: प्रति ग्राम 10,494 रुपये
अगर हम 10 ग्राम और 100 ग्राम की बात करें, तो 24 कैरेट सोना आज 10 ग्राम के लिए 1,04,940 रुपये और 100 ग्राम के लिए 10,49,400 रुपये में उपलब्ध है। पिछले दिन 31 अगस्त को 24 कैरेट सोना 10 ग्राम के लिए 1,04,950 रुपये और 100 ग्राम के लिए 10,49,500 रुपये था, यानी आज कीमतों में मामूली गिरावट देखी गई है।
महानगरों में सोने के दाम
भारत के चार प्रमुख महानगरों—दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता—में सोने के दामों में थोड़ा फर्क होता है। आज (1 सितंबर 2025) इन शहरों में सोने के दाम इस प्रकार हैं:
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दिल्ली:
24 कैरेट: 10,509 रुपये/ग्राम
22 कैरेट: 9,634 रुपये/ग्राम
18 कैरेट: 7,883 रुपये/ग्राम
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मुंबई:
24 कैरेट: 10,494 रुपये/ग्राम
22 कैरेट: 9,619 रुपये/ग्राम
18 कैरेट: 7,870 रुपये/ग्राम
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चेन्नई:
24 कैरेट: 10,494 रुपये/ग्राम
22 कैरेट: 9,619 रुपये/ग्राम
18 कैरेट: 7,954 रुपये/ग्राम
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कोलकाता:
24 कैरेट: 10,494 रुपये/ग्राम
22 कैरेट: 9,619 रुपये/ग्राम
18 कैरेट: 7,870 रुपये/ग्राम
चांदी के दाम भी महत्वपूर्ण
सोने के साथ-साथ चांदी की कीमतें भी निवेशकों की नजर में रहती हैं। आज (1 सितंबर 2025) चांदी का रेट प्रति 10 ग्राम के हिसाब से जारी किया जाएगा, जो बाजार की स्थिति के अनुसार थोड़ा ऊपर-नीचे हो सकता है।
SCO समिट में टैरिफ विवाद की छाया
इस समिट में खास बात यह रही कि 20 देशों के नेता अमेरिकी टैरिफ नीति के खिलाफ एकजुट हुए, जो कि विश्व व्यापार में तनाव का कारण बनी है। भारत-रूस के बीच चल रहे तेल व्यापार पर भी चर्चा हुई, क्योंकि अमेरिका चाहता था कि भारत रूस से तेल का व्यापार बंद करे, लेकिन भारत ने अपने हितों को देखते हुए ऐसा करने से साफ इनकार किया है। यही कारण है कि अमेरिकी प्रशासन ने भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा।
निष्कर्ष
सोने के दामों में उतार-चढ़ाव और SCO समिट में टैरिफ विवाद दोनों ही आर्थिक स्थिरता और निवेश पर प्रभाव डाल रहे हैं। वैश्विक कूटनीति की चाल और घरेलू बाजार की स्थितियां निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण संकेत हैं। इसलिए, सोने-चांदी के दामों पर नजर रखना और आर्थिक हलचल को समझना जरूरी है, ताकि सही समय पर सही निर्णय लिया जा सके।